50 वर्ष की आयु पूरी कर चुके शिक्षकों को नोटिस देकर हटाएगा विभाग
बेसिक शिक्षा विभाग में भी अब शुरू हुई छंटनी, 50 वर्ष की आयु पूरी कर चुके शिक्षकों को नोटिस देकर हटाएगा विभाग, यह होगा नियम
छंटनी की आंच अब बेसिक शिक्षा विभाग तक भी पहुंच गई है। विभाग ने 50 वर्ष की आयु पूरी कर चुके शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए हैं। उनके पिछले 10 वर्षों के कार्यों की गोपनीय आख्या भी मांगी गई है। बीईओ के माध्यम से आने वाली इस रिपोर्ट के आधार पर ही तय होगा कि संबंधित शिक्षक-कर्मचारी से आगे सेवा ली जाएगी या नहीं। पात्रता पर खरा नहीं उतरने वालों को तीन माह की अग्रिम नोटिस देकर अनिवार्य सेवानिवृत्त दी जाएगी।
सरकारी सेवाओं में दक्षता सुनिश्चित करने के लिए सरकार युवा और तेज तर्रार कर्मचारियों को ही वरीयता दे रही है। ढीले, सुस्त और बहानेबाज कर्मचारियों को सेवा से हटाने की कवायद शुरू है। पहले चरण में विभिन्न सरकारी विभागों में स्क्रीनिंग कराई गई थी। अब इसे शिक्षा विभाग में भी लागू कर दिया गया है। बेसिक शिक्षा सचिव की ओर से जारी पत्र में 15 दिसंबर तक ऐसे शिक्षकों की सूची बनाने के लिए निर्देश दिए गए हैं। कहा गया है कि अनिवार्य सेवानिवृत्ति के योग्य शिक्षक व शिक्षणेतर कर्मचारियों की सूची तैयार कर ली जाए। सूची को चार सदस्यीय स्क्रीनिंग कमेटी के समक्ष रखा जाएगा।
यह कमेटी विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा के बाद संबंधित शिक्षक-कर्मचारी की अनिवार्य सेवानिवृत्ति पर फैसला लेगी। समिति की रिपोर्ट के बाद तीन माह की नोटिस देकर शिक्षक-कर्मचारी को सेवानिवृत्त कर दिया जाएगा। सचिव के पत्र का हवाला देते हुए बीएसए माधवजी तिवारी ने सभी बीईओ से अपने क्षेत्र के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत ऐसे शिक्षक व कर्मचारियों की सूची तत्काल उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। उन्हें संबंधित शिक्षक-कर्मचारी के पिछले 10 वर्षों के कार्यों की गोपनीय आख्या भी देने को कहा गया है। इस फरमान के बाद शिक्षा विभाग में खलबली मची हुई है। निर्धारित आयु पूरी कर चुके शिक्षक-कर्मचारी अपनी सेवा बचाने की कवायद में जुटे हैं।
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